कठिनाई में आसानी, सरलता में मुश्किल,रितेश जी महाराज

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कठिन होना सरल नही है लेकिन सरल होना बहुत कठिन है, रितेश जी महाराज

चन्दौली जिले के चकिया थाना क्षेत्र खरौझा हिनौती हनुमान मंदिर प्रांगण में नौ दिवसीय संगीतमय श्रीराम कथा का आयोजन श्री हनुमान सेवा समिति खरौझा के माध्यम से आयोजित हो रहा है जिसमे कथा श्री रीतेश जी महाराज के श्री मुख से भक्तों को रसपान कराया जा रहा है। आज कथा के पांचवें दिन महराज जी ने भगवान राम के जन्म की कथा को सुनाई जहां भगवान राम के अवतार से पुर्व रावण का जन्म होता है रावण के विषय मे बताया कि
यदि विपरीत परिस्थितियों में भी लोग सुखी रहकर जीवन व्यतीत कर रहे होते हैं तो इसका श्रेय उनके संचित कर्म को जाता है। जब रावण अपने जीवन में अत्यधिक शक्तिशाली एवं सुखी था तब यह उसके संचित कर्म का परिणाम था। मगर उसी रावण के घर कोई दीया जलाने वाला तक नहीं रहा तो यह उसका प्रारब्ध था। महराज जी ने कहा है कि अपने विचारों पर नियंत्रण रखो नहीं तो वे तुम्हारा कर्म बन जाएंगे और अपने कर्मो पर नियंत्रण रखो, नहीं तो वे तुम्हारा भाग्य बन जाएंगे।’
संसार में तीन प्रकार के लोग हैं। एक भाग्यवादी, जो कि मानते हैं कि सब कुछ पहले से ही नियत है इसलिए पुरुषार्थ करके भी क्या बदल जाएगा। दूसरे हैं पुरुषार्थ वादी, जिन्हें लगता है कि भाग्य कुछ नहीं होता, कर्म ही सब कुछ है। तीसरे होते हैं परमार्थी, जो परमार्थ अर्थात परमात्मा को ही सब कुछ मानते हुए लाभ-हानि में सम रहकर जीवन व्यतीत करते हैं। मनीषियों ने तीसरी श्रेणी के लोगों को उत्तम प्रवृत्ति का बताया है। ऐसे व्यक्ति किसी भी परिस्थिति में आनंदमय अर्थात शांत भाव से जीवन-यापन करते हैं।
वहीं राम जन्मोत्सव की कथा श्रवण कराते हुए कहा कि –चैत्र शुक्ल नवमी के दिन, पुनर्वसु नक्षत्र और कर्क लग्न में, कौशल्या के गर्भ से भगवान राम का जन्म हुआ राजा दशरथ ने यज्ञ के प्रसाद को अपनी रानियों को दिया, जिससे कौशल्या ने राम को जन्म दिया तथा अन्य रानियों से तीन पुत्र हुए जिनका नाम भरत, लक्ष्मण और शत्रुघ्न पड़ा। महराज जी ने कहा कि कथा पंडाल में बैठा बालक डाक्टर, इन्जिनियर बनेगा इसकी गारंटी नहीं है लेकिन कथा पंडाल में बैठा बालक कभी चंडाल नहीं हो सकता इसकी गारंटी है।
कथा पंडाल मे मुख्य रूप से ग्राम प्रधान राजन सिंह,अस्पताली सिंह, डब्ल्यू सिंह, अश्विनी कुमार सिंह, दीपक सिंह,आशु सिंह, शशि कांत पांडेय, मनोज जायसवाल सहित अन्य श्रद्धालुओं ने कथा का रस पान किया।

हरिशंकर तिवारी
वरिष्ट जिला संवादाता चन्दौली

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