कोरोना की नई लहर: क्या हमें चिंता करनी चाहिए?
नई दिल्ली, 2 जून, 2025 – एक बार फिर कोरोना वायरस सुर्खियों में है। पिछले कुछ हफ्तों से भारत में COVID-19 के सक्रिय मामलों में वृद्धि देखी जा रही है, जिसने लोगों के मन में फिर से चिंता पैदा कर दी है। आइए जानते हैं क्या है ताजा अपडेट और हमें क्या सावधानियां बरतनी चाहिए।
भारत में बढ़ रहे हैं मामले
आज सुबह 8 बजे तक, यह आंकड़ा पिछले दस दिनों में दस गुना से भी अधिक बढ़ गया है, जो एक महत्वपूर्ण उछाल को दर्शाता है।
किस राज्य में सबसे ज्यादा असर?
सबसे ज्यादा सक्रिय मामले केरल में दर्ज किए गए हैं (1,435), जिसके बाद महाराष्ट्र (506), दिल्ली (483), गुजरात (338) और पश्चिम बंगाल (331) का नंबर आता है। ये राज्य विशेष रूप से निगरानी में हैं।
दुर्भाग्यपूर्ण मौतें और नए वेरिएंट
पिछले 24 घंटों में कोरोना से संबंधित चार नई मौतें दर्ज की गई हैं – दिल्ली, केरल, महाराष्ट्र और तमिलनाडु में एक-एक। 1 जनवरी, 2025 से भारत में COVID-19 से संबंधित मौतों की कुल संख्या 32 हो गई है।
मामलों में इस वृद्धि का मुख्य कारण नए, अधिक संक्रामक ओमिक्रॉन सब-वेरिएंट बताए जा रहे हैं, विशेष रूप से NB.1.8.1 और LF.7, जो JN.1 वेरिएंट के म्यूटेशन हैं। ये वेरिएंट मुख्य रूप से दक्षिणी और पश्चिमी भारत में पाए गए हैं।
क्या घबराने की ज़रूरत है?
अच्छी खबर यह है कि स्वास्थ्य अधिकारी लगातार यह दोहरा रहे हैं कि अधिकांश मामले हल्के हैं और घर पर ही प्रबंधित किए जा सकते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि घबराने की कोई बात नहीं है, क्योंकि संक्रमण की गंभीरता कम बनी हुई है और अस्पताल में भर्ती होने की दर भी अपेक्षाकृत कम है।
सावधानियां हैं ज़रूरी
राज्य के स्वास्थ्य विभाग, खासकर दिल्ली, महाराष्ट्र और केरल में, अस्पतालों की तैयारियों और चिकित्सा आपूर्ति श्रृंखलाओं की फिर से जांच कर रहे हैं। अधिकारी भीड़-भाड़ वाली या खराब हवादार जगहों पर मास्क के उपयोग को प्रोत्साहित कर रहे हैं, खासकर बुजुर्गों और सह-रुग्णता वाले लोगों के लिए। कर्नाटक के स्कूलों ने भी छात्रों को मास्क पहनने के लिए प्रोत्साहित किया है।
वैक्सीन की उपलब्धता
COVID-19 वैक्सीन के बारे में पूछताछ की खबरें हैं, लेकिन जो लोग वैक्सीन लगवाना चाहते हैं, उनके लिए इसकी उपलब्धता एक मुद्दा हो सकती है।
वैश्विक स्थिति क्या है?
वैश्विक स्तर पर, कई देशों ने COVID-19 डेटा की रिपोर्टिंग बंद कर दी है या काफी कम कर दी है। इससे विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) जैसे संगठनों के लिए सांख्यिकीय रूप से मान्य वैश्विक कुल संख्या प्रदान करना चुनौतीपूर्ण हो गया है। हालांकि, WHO विभिन्न निगरानी प्रणालियों के माध्यम से SARS-CoV-2 गतिविधि की निगरानी जारी रखे हुए है।
संक्षेप में, जबकि COVID-19 अब वह वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल नहीं रहा जो कभी था, वायरस का प्रसार जारी है, नए वेरिएंट उभर रहे हैं और मामलों में स्थानीय वृद्धि देखी जा रही है। सतर्कता और उचित सावधानियां, खासकर कमजोर आबादी के लिए, अभी भी महत्वपूर्ण हैं।
तो याद रखें: “मास्क लगाओ, कोरोना भगाओ!” अपनी और अपनों की सुरक्षा के लिए जागरूक रहें।