जासूस ज्योति: पाकिस्तान के लिए काम करने का कबूलनामा

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जासूसी कांड: ज्योति मल्होत्रा का कबूलनामा, पाकिस्तानी कनेक्शन और सीमा पार जासूसी की गहरी जाँच

YouTuber Jyoti Malhotra News: यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा ​​जासूसी कांड में आया नया मोड़, अचानक घूम गई जांच की सुई - News18 हिंदीजासूसी के आरोप में गिरफ्तार ज्योति मल्होत्रा इस समय पुलिस रिमांड पर है। पुलिस के अलावा, एनआईए (NIA), आईबी (IB) और मिलिट्री इंटेलिजेंस (Military Intelligence) की टीमें उससे पूछताछ कर रही हैं। पूछताछ के दौरान ज्योति का कुबूलनामा सामने आया है, जिसमें उसने पाकिस्तान के इशारे पर काम करने की बात स्वीकार की है।ज्योति ने पाकिस्तान उच्चायोग के अधिकारी एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश के संपर्क में होने की बात कबूल की है। उसने बताया कि दानिश ने उसके पाकिस्तान में रहने का इंतजाम कराया था। दानिश के कहने पर वह पाकिस्तान में अली हसन से मिली, जिसने उसे पाकिस्तान के सिक्योरिटी और इंटेलिजेंस अधिकारियों से मिलवाया। जाँच एजेंसियाँ अब यह पता लगा रही हैं कि वह पाकिस्तान में लोगों के संपर्क में कैसे आई, कहाँ-कहाँ गई, और दानिश से उसका संपर्क कैसे हुआ।

पूछताछ से हुए बड़े खुलासे

पुलिस जाँच, जो पाकिस्तान को सूचनाएँ साझा करने के संदेह के बाद शुरू हुई थी, में कई महत्वपूर्ण बातें सामने आई हैं। ज्योति का लिखित बयान, जो अब एफआईआर का हिस्सा है, यह पुष्टि करता है कि वह सबसे पहले वीजा के सिलसिले में दानिश से मिली थी। इसके बाद उसकी मुलाकात अली हसन से हुई, जिसने उसे दो और पाकिस्तानी ऑपरेटिव्स से मिलवाया, जिनमें से एक का नाम शाकिर था।

ज्योति ने स्वीकार किया है कि वह दानिश, अली हसन और पाकिस्तानी ऑपरेटिव्स (जिनमें शाकिर भी शामिल था) को स्नैपचैट (Snapchat) के ज़रिए भारतीय सीमाओं से जुड़ी कई संवेदनशील जानकारियाँ लगातार भेज रही थी। इसमें अटारी बॉर्डर के आसपास की जानकारी के साथ-साथ बाड़मेर के पास के सीमावर्ती गाँव, सुनसान इलाके और रेगिस्तान में इक्का-दुक्का दिखाई देने वाले घरों के वीडियो भी शामिल थे। वह अपनी हर गतिविधि की जानकारी इन सभी लोगों से साझा कर रही थी। इसी कबूलनामे के बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है, जिसमें बताया गया है कि उसकी यह हरकतें सरकारी गोपनीयता अधिनियम (Official Secrets Act) के तहत आती हैं।

आईएसआई की कथित भूमिका और डिलीट की गई चैट्स

जैसे-जैसे ज्योति मल्होत्रा जासूसी कांड की जाँच आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे और भी चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। अब यह सामने आ रहा है कि आईएसआई (ISI) ने ज्योति का इस्तेमाल राजस्थान बॉर्डर पर भारतीय सेना की तैनाती के बारे में जासूसी करने के लिए किया था। ज्योति कथित तौर पर राजस्थान के थार रेगिस्तान में गई थी और उसने कुछ कच्चे घरों के वीडियो बनाए थे। जाँच एजेंसियों को शक है कि इन वीडियो को पाकिस्तान को इस इलाके में घुसपैठ करने में मदद के लिए बनाया गया था। इसके अलावा, ज्योति के वीडियो में भारतीय सेना की राजस्थान में बॉर्डर पर लोकेशन भी बताई गई थी।ज्योति ने कोडवर्ड में स्नैपचैट पर दानिश और आईएसआई एजेंट्स को सेना के बारे में पूरी जानकारी साझा की थी। अब इन डिलीट की गई चैट्स को रिकवर करने की कोशिश की जा रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि ज्योति ने पाकिस्तान के साथ और कौन-कौन सी जानकारी साझा की है।

प्रतिबंधित सीमा क्षेत्र में अनाधिकृत प्रवेश

पुलिस जाँच में एक और महत्वपूर्ण खुलासा हुआ है: ज्योति ने अधिकारियों की अनुमति के बिना राजस्थान बॉर्डर पर स्थित मुनाबाओ स्टेशन तक का सफर तय किया था। यह इलाका बाहरी लोगों के लिए प्रतिबंधित है और यहाँ जाने के लिए ज़िला प्रशासन की अनुमति लेनी पड़ती है। हालांकि, ज्योति कथित तौर पर बाड़मेर से ट्रेन से सीधे मुनाबाओ स्टेशन पहुँच गई। इस दौरान उसने मुनाबाओ रेलवे स्टेशन का वीडियो बनाया और रेल यात्रियों से बात भी की। मुनाबाओ राजस्थान में भारत और पाकिस्तान के बीच अंतिम रेलवे स्टेशन है, और इस अत्यधिक संवेदनशील क्षेत्र में बिना अनुमति के प्रवेश सख्त वर्जित है। इस स्थान पर ज्योति की अनाधिकृत उपस्थिति और गतिविधियाँ जाँच एजेंसियों के लिए प्रमुख चिंता का विषय हैं।

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