डैडीज़ इंटरनेशनल स्कूल: समर कैंप बना ‘मिनी इंडिया’

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“जब देश के कोने-कोने से आए बच्चे, और बन गया बिशुनपुरा में मिनी इंडिया – Daddy’s International School का समर कैंप बना एकता और उत्साह की मिसाल”

Daddy’s International School का समर कैंप इस बार सिर्फ एक स्कूल इवेंट नहीं रहा — यह बना भारत की विविधता में एकता का उत्सव। होस्टल में रहने वाले अरुणाचल प्रदेश, दिल्ली, मुंबई, कर्नाटका, गुजरात, हिमाचल, आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों के छात्र जब स्थानीय चंदौली के बच्चों के साथ मस्ती और गतिविधियों में एकसाथ जुटे, तो स्कूल का मैदान एक छोटे भारत में बदल गया।
तीन दिनों तक चले इस कैंप में बच्चों ने मिलकर सीखा, मिलकर जिया और मिलकर मुस्कुराया। भाषा, पहनावा और संस्कृति भले ही अलग थे, लेकिन चेहरे पर मुस्कान और दिलों में दोस्ती एक जैसी थी।
बच्चों ने बताए अपने अनुभव:
हिमाचल प्रदेश की प्रियांशी बोली –“हमारे राज्य में सर्दी ही रहती है, लेकिन यहाँ की गर्मी में रेन डांस करके बहुत मजा आया। इतनी मस्ती पहली बार की।”
आंध्र प्रदेश की कोहिता ने कहा –“हमारे स्कूल में समर कैंप होते हैं, लेकिन यहाँ जैसा अनुभव कहीं नहीं मिला। यहाँ हर दिन कुछ नया और दिलचस्प था।”
स्थानीय छात्रा सुदिक्षा (चंदौली) ने गर्व से कहा –“मुझे लगता है मेरे पापा ने Daddy’s School में एडमिशन लेकर बिल्कुल सही फैसला लिया। अलग-अलग राज्यों के बच्चों के साथ रहकर मेरी सोच और आत्मविश्वास दोनों बढ़े हैं।”
तीन दिन – अनुभवों की बारिश और मस्ती की बहार
दिनांक 16 से 18 मई 2025 तक आयोजित समर कैंप में हुआ –
•ऊँट व घोड़े की सवारी,
•रेन डांस और DJ पर धमाल,
•फायरलेस कुकिंग,
•क्राफ्टिंग,
•योगाभ्यास,
•और फिल्मों का आनंद (Animated Hanuman, Taare Zameen Par, 12th Fail)।
हर गतिविधि ने बच्चों को न केवल खुशी दी, बल्कि कुछ सिखाया भी — कभी अनुशासन, कभी सहयोग, तो कभी अपनी रचनात्मकता को पहचानने का अवसर।
शिक्षकों की मेहनत, बच्चों की सफलता इस पूरे कैंप को शिरीष उमंग, विनायक सिंह, सुमन गुप्ता और दीपक कुमार की अगुवाई में सफलतापूर्वक आयोजित किया गया, जिसमें स्कूल के सभी शिक्षकों ने सक्रिय सहभागिता निभाई।
Principal एवं MD Dr. अजय कुमार श्रीवास्तव ने कहा –
“यह समर कैंप बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। सीख, मस्ती और अनुशासन – तीनों का बेहतरीन संगम हुआ है।”
संस्थापक Dr. विनय प्रकाश तिवारी ने अपने उद्बोधन में कहा –
“Summer Camp सिर्फ छुट्टियों का कार्यक्रम नहीं, बल्कि वह प्रयोगशाला है जहाँ दोस्ती, परंपरा, सहयोग और विविधता जैसे जीवनमूल्य बच्चों के मन में रच-बस जाते हैं।”
Daddy’s International School का यह समर कैंप न सिर्फ छुट्टियों का आयोजन था, बल्कि एक भारत – श्रेष्ठ भारत की भावना का जीवंत प्रमाण था। जहाँ देश के हर कोने से आए बच्चे सिर्फ सिखाने या सीखने नहीं आए थे — बल्कि एक-दूसरे को अपनाने और साथ जीने का सबक लेकर लौटे।
                हरिशंकर तिवारी 
                                   वरिष्ट जिला संवाददाता चन्दौली

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