मुर्शिदाबाद में वक्फ कानून के खिलाफ हिंसा, अब तक 3 की मौत, 150 से ज्यादा अरेस्ट
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ हुए हिंसक विरोध प्रदर्शन में अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है और 150 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने कहा कि जिले में कहीं से भी हिंसा की कोई नई घटना सामने नहीं आई है और सुरक्षा बल कड़ी निगरानी कर रहे हैं।पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि जिले के सुती, धुलियान, शमशेरगंज और जंगीपुर इलाकों में हालात शांतिपूर्ण हैं। रात भर छापेमारी जारी रही और 12 और लोगों को गिरफ्तार किया गया। इसके साथ ही अब तक 150 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि हिंसा प्रभावित इलाकों में भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है और इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं।पुलिस अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा बल मुख्य सड़कों पर वाहनों की जांच कर रहे हैं और संवेदनशील इलाकों में गश्त कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हिंसा की घटनाओं की जांच जारी है, और गिरफ्तारियां होने की संभावना है।शुक्रवार को नए कानून के विरोध में राज्य के अलग-अलग हिस्सों, खासकर मुर्शिदाबाद में हिंसा भड़कने पर पुलिस वैन समेत कई वाहनों में आग लगा दी गई थी, सुरक्षा बलों पर पत्थर फेंके गए और सड़कें जाम कर दी गई थीं।
शनिवार को भी कुछ जगहों पर हिंसा भड़कने की खबरें आईं। हिंसा के बीच शनिवार को शमशेरगंज के जाफराबाद में एक व्यक्ति और उसके बेटे के शव उनके घर से बरामद किए गए, जिन पर चाकू से कई वार किए गए थे। पुलिस के अनुसार, उनकी पहचान हरगोबिंदो दास और चंदन दास के रूप में हुई है। पुलिस ने बताया कि शुक्रवार को सुती के सजुर मोड़ पर हुई झड़पों के दौरान गोली लगने के बाद घायल हुए 21 वर्षीय एजाज मोमिन की शनिवार को मौत हो गई। शुक्रवार को हुई हिंसा में कम से कम 18 पुलिसकर्मी घायल हो गए। शनिवार रात समसेरगंज पहुंचे डीजीपी राजीव कुमार ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की और हालात का जायजा लिया।
हिंसा के कारण
हिंसा का कारण वक्फ (संशोधन) अधिनियम है, जिसे केंद्र सरकार ने हाल ही में पारित किया है। इस अधिनियम में वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन में कुछ बदलाव किए गए हैं, जिनका मुस्लिम समुदाय के कुछ वर्गों द्वारा विरोध किया जा रहा है।
सरकार की प्रतिक्रिया
राज्य सरकार ने हिंसा की निंदा की है और कहा है कि वह कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएगी। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि उनकी सरकार इस कानून का समर्थन नहीं करती है और इसे राज्य में लागू नहीं होने देगी।
आगे क्या होगा?
पुलिस ने कहा है कि वह हिंसा की घटनाओं की जांच कर रही है और गिरफ्तारियां होने की संभावना है। राज्य सरकार ने कहा है कि वह कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएगी।
निष्कर्ष
मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। यह कानून व्यवस्था बनाए रखने और सभी समुदायों के अधिकारों की रक्षा करने के महत्व को रेखांकित करता है। #MurshidabadViolence #WaqfAct #वक्फकानून #MamataBanerjee #BengalViolence #Violence #विरोधप्रदर्शन #Protests
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