रूस के राष्ट्रपति व्लादमीर पुतिन ने भारत और पीएम मोदी का नाम लेकर अपने सामने बैठे इस शख्स को बहुत बड़ा आदेश दे दिया।

पुतिन ने इस शख्स से कहा कि जो काम मैं तुम्हें दे रहा हूं वह होना चाहिए। इस शख्स ने भी तुरंत काम शुरू कर दिया और उसके बाद जो हुआ उसने चीन को हिला कर रख दिया। पुतिन के सामने बैठे यह शख्स आंद्रे गुरिएव हैं। यह व्यक्ति कौन है और राष्ट्रपति पुतिन ने इसे क्या काम सौंपा वो आपको इस वीडियो में बताएंगे। दरअसल भारत अचानक एक बड़ी मुश्किल में फंस गया था। यह मुश्किल चीन की वजह से आई थी। चीन ने अचानक भारत को फर्टिलाइजर यानी खाद बेचना कम कर दिया। भारत चीन से बड़ी मात्रा में डीएपी यानी डाई अमोनियम फास्फेट नाम की एक खाद खरीदता है। कई दावों के मुताबिक डीएपी खाद दुनिया की सबसे पॉपुलर केमिकल फर्टिलाइज़र्स में से एक है। इसका इस्तेमाल फार्मिंग, गार्डनिंग, नर्सरी और यहां तक कि किचन गार्डन में भी होता है। लेकिन चीन ने अचानक भारत को यह खाद बेचना कम कर दिया। चीन ने कारण बताया कि उसे अपने घरेलू बाजार में दाम को स्थिर रखना है।
इसीलिए वह डीएपी के निर्यात पर प्रतिबंध लगाना शुरू कर रहा है।
चीन ने यह एक तरफ़ा फैसला ले लिया और भारत पर बुरा असर पड़ना शुरू हो गया। चीन ने भारत को डीएपी खाद की सप्लाई कम कर दी जिसका नतीजा यह हुआ कि इस खाद की कीमतें $630 प्रति टन से बढ़कर $800 प्रति टन तक पहुंच गई। रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत को डीएपी खाद की सबसे ज्यादा जरूरत जून और जुलाई के महीने में होती है क्योंकि इसी दौरान खरीफ फसलों की बुवाई होती है। ऐसे में भारत की मदद करने के लिए रूस एक संकट मोचक बन गया। रूसी मीडिया के मुताबिक चीन के धोखा देने के बाद खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बात की और कहा कि आप हमारे लिए फर्टिलाइजर की सप्लाई को बढ़ा दीजिए। रिपोर्ट्स के मुताबिक पीएम मोदी ने पुतिन से यह मांग कुछ महीनों पहले की थी ताकि जून जुलाई के मौसम में भारत को डीएपी खाद की कमी ना हो। अब रूस के लिए यह आसान काम नहीं था।
भारत को यह खाद बड़ी क्वांटिटी में चाहिए थी।
इसके लिए रूस को अचानक अपने प्रोडक्शन को बढ़ाना पड़ता। यह रूस के लिए किसी चुनौती से कम नहीं था। चीन के चक्कर में भारत के पास जो डीएपी फर्टिलाइजर का स्टॉक था, उसमें 42% तक की कमी आ गई थी। इसे पूरा करने के लिए रूस को भयंकर रफ्तार से अपना प्रोडक्शन बढ़ाना होता। लेकिन अब पीएम मोदी ने पुतिन से बात की है तो काम होना ही था। पुतिन ने अपने सामने बैठे रूसी उर्वरक उत्पादक संघ के अध्यक्ष आंद्रेई गुरिएव से कहा कि भारत की एक-एक मांग पूरी होनी चाहिए। पुतिन ने कहा कि खुद पीएम मोदी ने मुझसे बात की है।
इसीलिए भारत जो मांग रहा है उसे दे दिया जाए।
मजे की बात देखिए कि आंद्रेई गुरिएव ने अब पुतिन के साथ बातचीत के दौरान बताया है कि हमने काम पूरा कर लिया है। हमने भारत की सभी मांगों को पूरा कर दिया। आंद्रेई ने बताया कि संकट के समय हमने भारत को चार गुना ज्यादा फर्टिलाइजर भेज दी हैं। आपको बता दें कि भारत को सबसे ज्यादा तेल बेचने वाला देश रूस पहले ही बन चुका था। मगर रिपोर्ट्स के मुताबिक अब रूस भारत को डीएपी फर्टिलाइजर बेचने वाला भी सबसे बड़ा देश बन गया है। पीएम मोदी के कहने पर रूस ने जो किया है उसने भारत के करोड़ों किसानों को बहुत बड़ी मुश्किल से बचा लिया है। रूस ने इस साल भारत को जो खाद भेजी उसमें 42% की वृद्धि देखी गई। यानी रूस ने मुश्किल समय में भारत का साथ दिया। आपको बता दें कि भारत को इस घटना के बाद एक बड़ी सीख मिल गई है। भारत अब खाद के मामले में चीन पर अपनी निर्भरता कम कर रहा है। भारत अब रूस और जॉर्डन से खाद मंगवा रहा है।
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