स्मृतिरथ को दी हरी झंडी
1857 के आदिवासी क्रांतिवीर अमर शहीद गोंड राजा शंकर शाह-कुंवर रघुनाथ शाह स्मृतिरथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया।
18 सितम्बर 1857 क्रांति के दौरान अंग्रेजों द्वारा अमर शहीद आदिवासी क्रांतिवीर गोंडवाना राजा शंकर शाह और कुंवर रघुनाथ शाह पिता-पुत्र को ज़िंदा तोप से बांध कर उड़ा दिया गया था। इसी दौरान नीलांबर खरवार और पीतांबर खरवार दोनों भाइयों को फांसी पर लटका दिया गया था।
स्वतंत्रता संग्राम गाथा से आमजन को अवगत कराना
“अमर रहें” के उदघोष के साथ आदिवासी अमर शहीद स्मृतिरथ को खरीद निवासी महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रामरक्षा गोंड जी के सुपुत्र शिवजी गोंड द्वारा बलिया चौक शहीद पार्क से रवाना किया गया।
इस स्मृतिरथ का उद्देश्य सभी तहसीलों, ब्लॉकों और ग्रामों में भ्रमण कर जनता को इन महान आदिवासी क्रांतिवीरों की स्वतंत्रता संग्राम गाथा से अवगत कराना है।
अमर शहीदों से प्रेरणा
शिवजी गोंड ने कहा कि 1857 की क्रांति और स्वतंत्रता संग्राम में शहीद हुए महान आदिवासी क्रांतिवीर नीलांबर खरवार, पीतांबर खरवार, राजा शंकर शाह और कुंवर रघुनाथ शाह देशवासियों के लिए प्रेरणा स्रोत हैं।
169वां शहादत दिवस समारोह
ऑल गोंडवाना स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आगसा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज शाह और युवा मोर्चा के प्रदेश महासचिव सुरेश शाह ने बताया कि 18 सितम्बर 2025 को राजा शंकर शाह-कुंवर रघुनाथ शाह के 169वें शहादत बलिदान दिवस पर विराट प्रदर्शन जुलूस निकाला जाएगा।
यह जुलूस क्रांति मैदान टाउन हॉल बापू भवन से प्रारंभ होकर चौक शहीद पार्क होते हुए बलिया कलेक्ट्रेट मॉडल तहसील धरना स्थल तक पहुंचेगा।
कार्यक्रम में मौजूद प्रमुख लोग
इस अवसर पर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रामरक्षा गोंड जी के सुपुत्र शिवजी गोंड, भूतपूर्व सैनिक ऑनरेरी कैप्टन कन्हैया गोंड, सुदेश शाह मंडावी, मनोज शाह, सुरेश शाह, शंकर गोंड, कमलेश गोंड, संजय गोंड, बच्चा लाल गोंड, सिकन्दर गोंड, गोंडवाना सिंह और अरविंद गोंड सहित कई लोग मौजूद रहे।