इंग्लैंड को 3-1 से हराकर भारतीय महिला टीम ने विदेश में लिखी सुनहरी सफलता की कहानी
📍 मैनचेस्टर | 10 जुलाई 2025
🔹 लीड
भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने इंग्लैंड में पहली बार T20I सीरीज़ जीतकर इतिहास रच दिया है। इस जीत से टीम ने विदेशी धरती पर आत्मविश्वास, संयम और कौशल का अनूठा प्रदर्शन किया।
🔸 गेंदबाजों की चतुर रणनीति
राधा यादव ने 4 ओवर में सिर्फ 15 रन देकर दो महत्वपूर्ण विकेट झटके। वहीं श्रेय चरणी, जिन्होंने इंग्लैंड का पहला दौरा किया है, ने जबरदस्त दबाव में दो विकेट हासिल किए। दीप्ति शर्मा ने भी नियंत्रण में गेंदबाजी की और मध्यक्रम को रोके रखा। स्पिन अटैक ने यह साबित कर दिया कि वे घरेलू पिचों के साथ-साथ विदेशी परिस्थितियों में भी उतने ही घातक हैं।
टीम का प्लान था: फ्लाइट, वेरिएशन और सीधी लाइन पर गेंदबाजी, जिससे इंग्लिश बल्लेबाज चकमा खा गए।
🔸 संयम और आत्मविश्वास से भरी बल्लेबाजी
लक्ष्य छोटा था, लेकिन भारत की बल्लेबाजों ने कोई ढिलाई नहीं दिखाई। स्मृति मंधाना ने 32 गेंदों पर 38 रन बनाए, जबकि शैफाली वर्मा ने 22 रन जोड़े। जेमिमा रोड्रिग्स ने नाबाद 28 रन बनाकर एक छोर थामे रखा। कप्तान हरमनप्रीत कौर ने 17 गेंदों पर 24 रन की तेज़ पारी खेलकर मैच समाप्त किया।
भारत ने यह मुकाबला 17वें ओवर में छह विकेट से जीतकर सीरीज़ में 3-1 की अजेय बढ़त ले ली।
🔸 यह जीत क्यों महत्वपूर्ण है 
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इंग्लैंड में जीतना हमेशा एक कठिन चुनौती माना जाता है।
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तेज़ गेंदबाजों की पिचें और घरेलू दबाव भारतीय खिलाड़ियों के लिए बड़ी परीक्षा थी।
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भारत इससे पहले इंग्लैंड में कोई T20I सीरीज़ नहीं जीत पाया था।
इस बार टीम ने फिटनेस, रणनीति और मानसिक मजबूती के दम पर इतिहास पलट दिया। यह केवल तकनीकी नहीं, बल्कि मानसिक दृढ़ता की जीत है।
🔸 कप्तानों की प्रतिक्रिया
हरमनप्रीत कौर: “यह जीत सिर्फ़ सीरीज़ की नहीं है, यह हमारी टीम वर्क और सालों की मेहनत का नतीजा है। हम खेलने नहीं, जीतने आए थे।”
हीथर नाइट (इंग्लैंड कप्तान): “भारत ने हमें हर विभाग में पछाड़ा। उन्होंने बेहतर क्रिकेट खेला और वह पूरी तरह जीत के हकदार थे।”
🔸 युवा प्रतिभाओं की चमक
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शैफाली वर्मा, श्रेय चरणी, और ऋचा घोष जैसी युवा खिलाड़ी जिस आत्मविश्वास से खेले, वह भारत के महिला क्रिकेट के भविष्य को उज्जवल बनाता है।
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दीप्ति शर्मा ने इस मैच में अपने 300 अंतरराष्ट्रीय विकेट पूरे किए, जो कि एक ऐतिहासिक उपलब्धि है।
🔸 आगे क्या?
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अंतिम T20I मैच 12 जुलाई को एजबेस्टन में खेला जाएगा, जो अब डेड-रबर बन चुका है।
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इसके बाद वनडे सीरीज़ की शुरुआत होगी, जहां भारत की नज़र और बड़ी जीतों पर रहेगी।
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यह जीत 2026 महिला T20 विश्व कप की तैयारियों के लिहाज से भी बेहद अहम मानी जा रही है।
निष्कर्ष
भारतीय महिला टीम की यह ऐतिहासिक जीत सिर्फ़ एक ट्रॉफी नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए गर्व और प्रेरणा की बात है। इसने साबित किया है कि अब भारत की महिलाएं भी क्रिकेट में वैश्विक मंच पर दबदबा बनाने को पूरी तरह तैयार हैं।