बीएसएफ जवान पूनम कुमार शॉ की वतन वापसी
अटारी-वाघा बॉर्डर, दिल्ली, 14 मई 2025 – आज पूरे देश ने राहत और खुशी की सांस ली जब सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवान पूनम कुमार शॉ लगभग तीन सप्ताह तक पाकिस्तानी हिरासत में रहने के बाद भारतीय धरती पर लौट आए। उन्हें आज सुबह करीब 10:30 बजे अटारी-वाघा बॉर्डर, पंजाब पर सौंपा गया। यह उनकी अनजाने में अंतर्राष्ट्रीय सीमा पार कर जाने के बाद बने तनावपूर्ण माहौल का अंत है।
पश्चिम बंगाल के 40 वर्षीय कांस्टेबल पूनम कुमार शॉ 23 अप्रैल 2025 को पंजाब के फिरोजपुर सेक्टर में ड्यूटी के दौरान अनजाने में पाकिस्तानी क्षेत्र में चले गए थे। उनका सीमा पार करना कश्मीर के पहलगाम में हुए दुखद आतंकवादी हमले के एक दिन बाद हुआ था, जिसने पहले से ही दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ा दिया था।
बीएसएफ ने एक आधिकारिक बयान में उनकी वापसी की पुष्टि करते हुए “पाकिस्तान रेंजर्स के साथ नियमित फ्लैग मीटिंग और अन्य संचार माध्यमों के माध्यम से किए गए निरंतर प्रयासों” को स्वीकार किया, जिससे यह प्रत्यावर्तन संभव हो सका। बीएसएफ के पंजाब फ्रंटियर के महानिरीक्षक (आईजी) अतुल फुलझेले ने कहा कि हस्तांतरण शांतिपूर्वक और स्थापित प्रोटोकॉल के अनुसार किया गया।
अपनी वापसी पर, जवान शॉ को चिकित्सा जांच और पूछताछ के लिए ले जाया गया। बीएसएफ के सूत्रों ने संकेत दिया कि पहलगाम हमले के बाद बढ़े तनाव के कारण सामान्य प्रत्यावर्तन प्रक्रियाओं में शुरू में देरी हुई थी।
पूनम कुमार शॉ के परिवार ने अपार राहत और कृतज्ञता व्यक्त की। उनकी पत्नी, रजनी शॉ, जो वर्तमान में गर्भवती हैं, ने उनकी सुरक्षित वापसी के लिए विशेष रूप से अपील की थी। मीडिया से बात करते हुए, परिवार के सदस्यों ने चिंता से भरी अपनी रातों और उनकी घर वापसी पर अपनी अत्यधिक खुशी व्यक्त की। उन्होंने केंद्र सरकार और बीएसएफ को उनके निरंतर प्रयासों के लिए धन्यवाद भी दिया।
यह घटनाक्रम भारत और पाकिस्तान द्वारा शनिवार को युद्धविराम पर सहमति व्यक्त करने के कुछ ही दिनों बाद हुआ है, जिसने प्रभावी रूप से “ऑपरेशन सिंदूर” को रोक दिया है। हालांकि सीधे तौर पर इससे जुड़ा नहीं है, लेकिन जवान शॉ की रिहाई का समय बताता है कि तनाव में कमी ने उनकी वापसी को सुगम बनाया होगा।
दिलचस्प बात यह है कि जवान शॉ को भारत को सौंपे जाने के तुरंत बाद, ऐसी खबरें आईं कि भारत ने भी लगभग दो सप्ताह से हिरासत में रखे गए एक पाकिस्तानी रेंजर्स सैनिक को रिहा कर दिया है। अटारी-वाघा सीमा पर यह पारस्परिक इशारा दोनों देशों के बीच हालिया तनाव को कम करने की दिशा में एक सकारात्मक कदम का संकेत दे सकता है।
बीएसएफ जवान पूनम कुमार शॉ की सुरक्षित वापसी से उनके परिवार और सहयोगियों को बहुप्रतीक्षित राहत मिली है, और यह तनावपूर्ण समय में भी संचार और राजनयिक चैनलों के महत्व को उजागर करता है। #BSF #IndiaPakistan #PurnamKumarShaw #BSFJawanReturns #AttariWagahBorder #WelcomeHome #IndiaNews